समय बर्बाद करना छोड़ें हर पल कीमती है | Samay barbaad Karna Chhoden Har Pal Keemati Hai

समय बर्बाद करना छोड़ें हर पल कीमती है | Samay barbaad Karna Chhoden Har Pal Keemati Hai


समय बर्बाद करना छोड़ें हर पल कीमती है

अगर आपसे कहा जाए कि आपको ₹1 crore मिलेंगे, लेकिन कल सुबह आप उठ नहीं पाओगे, तो क्या आप इसे स्वीकार करेंगे? यह थोड़ा मजाकिया सवाल है, लेकिन सोचिए: ₹1 crore मिलेंगे, लेकिन आज ही खर्च करने होंगे, क्योंकि कल आप उठ नहीं पाओगे। क्या आपको लगता है कि कोई ऐसा बेवकूफ होगा जो हाँ बोलेगा? अगर नहीं, तो क्या इसका मतलब यह नहीं है कि कल की सुबह आपके लिए ₹100 crore से भी महंगी है?

इस video का नाम है "Stop Wasting Your Life" (अपनी जिंदगी बर्बाद करना बंद करो)। पर मैं इस पूरी video में जिंदगी की बात नहीं करूंगा, बल्कि मैं time की बात करूंगा। हम मरने से लड़ते हैं क्योंकि जिंदगी उसी दिन खत्म होती है, लेकिन time बर्बाद करने से नहीं। क्यों? क्योंकि जिंदगी से इतना प्यार है, पर time से नहीं। यही जिंदगी तो time में ही बीतनी है। Time रोक दो, जिंदगी रुक जाएगी। Time तेज कर दो, जिंदगी एक पल में खत्म हो जाएगी। Time है तो जिंदगी चल रही है। जिंदगी है, इसलिए time नहीं चल रहा है।

2025 के दो महीने बीत चुके हैं। अगर आप March में यह video देख रहे हैं, तो अभी 10 months बचे हैं। सबके पास time सीमित है, फिर भी साल के अंत में सबके परिणाम अलग-अलग होते हैं। क्यों? क्योंकि कोई Elon Musk की तरह हफ्ते में 100-120 hours काम कर रहा होगा, work like hell कर रहा होगा, और कोई luck के भरोसे बैठा होगा। आपको पता है, luck के भरोसे बैठने वाले इंसान को और मेहनत करनी चाहिए, रोज मेहनत करनी चाहिए। क्योंकि रोज मेहनत करने से न जाने कौन सा दिन lucky day हो। सोचिए, कोई lucky day है और आप छुट्टी पर हैं, या आप हार मान चुके हैं। Luck देने के मूड में आप आराम के मूड में हैं।

Atharvaveda में time को एक horse के रूप में माना गया है। यह time घोड़े जितना तेज दौड़ता है, और यह horse किसी के लिए नहीं रुकता। हर चीज की कीमत होती है, लेकिन इस horse की कोई कीमत नहीं है। Time के इस horse को कोई भी कीमत देकर एक सेकंड के लिए भी नहीं रोक सकता। या तो आप इस horse पर सवार हो सकते हैं, या उसे जाने दे सकते हैं। हर चीज वापस आ सकती है—दौलत, माल, ये सब—लेकिन time नहीं। हर लिमिटेड चीज की कीमत होती है, इसलिए diamond सबसे कीमती है। पर diamond तो खरीदा जा सकता है, लेकिन time को नहीं।

एक movie में Tony Stark के फादर कहते हैं, "पूरी दुनिया की दौलत मिला दो, तब भी आप एक पल नहीं खरीद सकते।" और इसी कीमती पल को, इसी time को, आप चूक जाते हैं। Video के माहौल में खोते जाओ। जो time की चिंता ऐसे करें कि 30 minutes खोने को ₹0000 खोने से बड़ा नुकसान माने। अगर वो 30 minutes को ₹0000 से बड़ा मान ले, तो जल्दी उसका ऐसा time आएगा कि 30 minutes उसके ₹0000 से भी ज्यादा कीमती हो। Money के पीछे भागने से कभी time साथ देगा, कभी नहीं। Time के पीछे भागो, तो money हमेशा साथ खड़ा होगा। हम सभी को रोज 86,400 seconds मिलते हैं। सोचो, ये रोज पैसे मिलते हैं, जो आज ही खर्च करने हैं। तो कैसे करते हैं? ₹1 crore जैसी बड़ी रकम भी आपको छोटी लगेगी, अगर वो 30 साल की जीवन में कमाई जाए। ₹1 crore अच्छा लगेगा, अगर वो एक महीने में आए। वही ₹1 crore के सामने ₹1 जैसी छोटी रकम भी आपको बड़ी लगेगी, अगर वो हर एक मिनट कमाया जाए। हम दरअसल money की नहीं, time की कदर करते हैं।

अगर अब तक time बर्बाद किया, इस horse को जाने दिया, तो कोई बात नहीं। आओ, मैं इस video में आपको time की सही सवारी सिखाता हूँ। कैसे हर एक दिन, घंटे, मिनट को पकड़ें। दो सबसे बड़े पाप हम गलती से कर देते हैं: पहला पाप, खुद को कमजोर समझना; दूसरा, time को बर्बाद करना। यह video साइंटिफिकली प्रूवन है। मैं केवल जोश नहीं दूंगा, और न ही केवल बोरिंग रिसर्च दूंगा। मैं जोश के साथ रिसर्च दूंगा। Motivation नहीं, logical motivation। इंसानों ने अब तक 100 productivity hacks ढूंढ़ लिए हैं—कम time में ज्यादा काम कैसे करें, इसके 100 तरीके। इनमें से Harvard ने एक कंफर्म किया, जो सबसे बेस्ट है, और जो इस video में आप जानोगे। Video को एंड तक जरूर देखना। Time की चिंता करने वाला आदमी कभी भी किसी का time बर्बाद नहीं करेगा।

Dandi March के समय महात्मा गांधी तेज-तेज चल रहे थे। इसी बीच एक अंग्रेज उनसे मिलने आया और कहा, "हेलो मिस्टर गांधी, माय नेम इज वॉकर।" गांधी जी बोले, "आप वॉकर हैं, तो मैं भी वॉकर हूँ।" और यह बोलकर वे अपनी यात्रा पर आगे बढ़ गए। एक व्यक्ति गांधी जी के पास आकर बोला, "आप वॉकर से क्यों नहीं मिले? वो तो एक रिपोर्टर लग रहा था। आपका नाम सारे English अखबारों में पब्लिश होता, फेमस हो जाते।" गांधी जी ने कहा, "मेरे लिए फेमस होने से ज्यादा time वैल्युएबल है।"

समय बर्बाद करना छोड़ें हर पल कीमती है

अगर आपसे कहा जाए कि आपको ₹1 crore मिलेंगे, लेकिन कल सुबह आप उठ नहीं पाओगे, तो क्या आप इसे स्वीकार करेंगे? यह थोड़ा मजाकिया सवाल है, लेकिन सोचिए: ₹1 crore मिलेंगे, लेकिन आज ही खर्च करने होंगे, क्योंकि कल आप उठ नहीं पाओगे। क्या आपको लगता है कि कोई ऐसा बेवकूफ होगा जो हाँ बोलेगा? अगर नहीं, तो क्या इसका मतलब यह नहीं है कि कल की सुबह आपके लिए ₹100 crore से भी महंगी है?

इस video का नाम है "Stop Wasting Your Life" (अपनी जिंदगी बर्बाद करना बंद करो)। पर मैं इस पूरी video में जिंदगी की बात नहीं करूंगा, बल्कि मैं time की बात करूंगा। हम मरने से लड़ते हैं क्योंकि जिंदगी उसी दिन खत्म होती है, लेकिन time बर्बाद करने से नहीं। क्यों? क्योंकि जिंदगी से इतना प्यार है, पर time से नहीं। यही जिंदगी तो time में ही बीतनी है। Time रोक दो, जिंदगी रुक जाएगी। Time तेज कर दो, जिंदगी एक पल में खत्म हो जाएगी। Time है तो जिंदगी चल रही है। जिंदगी है, इसलिए time नहीं चल रहा है।

2025 के दो महीने बीत चुके हैं। अगर आप March में यह video देख रहे हैं, तो अभी 10 months बचे हैं। सबके पास time सीमित है, फिर भी साल के अंत में सबके परिणाम अलग-अलग होते हैं। क्यों? क्योंकि कोई Elon Musk की तरह हफ्ते में 100-120 hours काम कर रहा होगा, work like hell कर रहा होगा, और कोई luck के भरोसे बैठा होगा। आपको पता है, luck के भरोसे बैठने वाले इंसान को और मेहनत करनी चाहिए, रोज मेहनत करनी चाहिए। क्योंकि रोज मेहनत करने से न जाने कौन सा दिन lucky day हो। सोचिए, कोई lucky day है और आप छुट्टी पर हैं, या आप हार मान चुके हैं। Luck देने के मूड में आप आराम के मूड में हैं।

Atharvaveda में time को एक horse के रूप में माना गया है। यह time घोड़े जितना तेज दौड़ता है, और यह horse किसी के लिए नहीं रुकता। हर चीज की कीमत होती है, लेकिन इस horse की कोई कीमत नहीं है। Time के इस horse को कोई भी कीमत देकर एक सेकंड के लिए भी नहीं रोक सकता। या तो आप इस horse पर सवार हो सकते हैं, या उसे जाने दे सकते हैं। हर चीज वापस आ सकती है—दौलत, माल, ये सब—लेकिन time नहीं। हर लिमिटेड चीज की कीमत होती है, इसलिए diamond सबसे कीमती है। पर diamond तो खरीदा जा सकता है, लेकिन time को नहीं।

एक movie में Tony Stark के फादर कहते हैं, "पूरी दुनिया की दौलत मिला दो, तब भी आप एक पल नहीं खरीद सकते।" और इसी कीमती पल को, इसी time को, आप चूक जाते हैं। Video के माहौल में खोते जाओ। जो time की चिंता ऐसे करें कि 30 minutes खोने को ₹0000 खोने से बड़ा नुकसान माने। अगर वो 30 minutes को ₹0000 से बड़ा मान ले, तो जल्दी उसका ऐसा time आएगा कि 30 minutes उसके ₹0000 से भी ज्यादा कीमती हो। Money के पीछे भागने से कभी time साथ देगा, कभी नहीं। Time के पीछे भागो, तो money हमेशा साथ खड़ा होगा। हम सभी को रोज 86,400 seconds मिलते हैं। सोचो, ये रोज पैसे मिलते हैं, जो आज ही खर्च करने हैं। तो कैसे करते हैं? ₹1 crore जैसी बड़ी रकम भी आपको छोटी लगेगी, अगर वो 30 साल की जीवन में कमाई जाए। ₹1 crore अच्छा लगेगा, अगर वो एक महीने में आए। वही ₹1 crore के सामने ₹1 जैसी छोटी रकम भी आपको बड़ी लगेगी, अगर वो हर एक मिनट कमाया जाए। हम दरअसल money की नहीं, time की कदर करते हैं।

अगर अब तक time बर्बाद किया, इस horse को जाने दिया, तो कोई बात नहीं। आओ, मैं इस video में आपको time की सही सवारी सिखाता हूँ। कैसे हर एक दिन, घंटे, मिनट को पकड़ें। दो सबसे बड़े पाप हम गलती से कर देते हैं: पहला पाप, खुद को कमजोर समझना; दूसरा, time को बर्बाद करना। यह video साइंटिफिकली प्रूवन है। मैं केवल जोश नहीं दूंगा, और न ही केवल बोरिंग रिसर्च दूंगा। मैं जोश के साथ रिसर्च दूंगा। Motivation नहीं, logical motivation। इंसानों ने अब तक 100 productivity hacks ढूंढ़ लिए हैं—कम time में ज्यादा काम कैसे करें, इसके 100 तरीके। इनमें से Harvard ने एक कंफर्म किया, जो सबसे बेस्ट है, और जो इस video में आप जानोगे। Video को एंड तक जरूर देखना। Time की चिंता करने वाला आदमी कभी भी किसी का time बर्बाद नहीं करेगा।

Dandi March के समय महात्मा गांधी तेज-तेज चल रहे थे। इसी बीच एक अंग्रेज उनसे मिलने आया और कहा, "हेलो मिस्टर गांधी, माय नेम इज वॉकर।" गांधी जी बोले, "आप वॉकर हैं, तो मैं भी वॉकर हूँ।" और यह बोलकर वे अपनी यात्रा पर आगे बढ़ गए। एक व्यक्ति गांधी जी के पास आकर बोला, "आप वॉकर से क्यों नहीं मिले? वो तो एक रिपोर्टर लग रहा था। आपका नाम सारे English अखबारों में पब्लिश होता, फेमस हो जाते।" गांधी जी ने कहा, "मेरे लिए फेमस होने से ज्यादा time वैल्युएबल है।"

Abraham Lincoln ने अपनी अर्ली लाइफ गरीबी में गुजारी, फिर time का ऐसा इस्तेमाल किया कि America के President बन गए। वे एक साथ तीन काम करते थे।

अपने पापा की help (मदद) फार्म वर्क और पढ़ाई। आज के लड़के पढ़ाई के साथ में side hustle नहीं कर पाते। 100 बार पढ़ ली ये लाइन: दिक्कत गरीब पैदा होने में नहीं है, गरीब मरने में है। लेकिन मानना आज भी नहीं। हम सब जानते हैं कि God सबके बैंक अकाउंट में पैसों से कीमती चीज डालकर बेचता है—वक्त (time)। सारे अरबपति time को सही जगह invest करने से बने हैं, पैसों को नहीं। पूरी दुनिया देख रही है Warren Buffett ने सही जगह पैसा लगाया। किसी ने नोटिस नहीं किया कि उन्होंने पैसा नहीं, time सही जगह लगाया।

6 साल की उम्र में Warren Buffett ने grocery store से 25 cents का Coca-Cola और chewing gum के पैकेट खरीदकर 5 cents के प्रॉफिट पर उसे door-to-door सेल किया करते थे। उस समय उनके साथ के बच्चे सारे खेल रहे थे, लेकिन Warren Buffett काल के इस घोड़े पर सवार हो रहे थे। 5 साल के बाद, 11 साल की उम्र में, उन्होंने share market में एंट्री ली। पैसे न होने का बहाना नहीं किया, time बर्बाद नहीं किया। अखबार बेचना शुरू कर दिया और $75 महीना कमाकर stock में डालते रहे। ऐसा करके 16 साल की उम्र में उन्होंने $3000 कमा लिए। सिर्फ पैसा नहीं, पहले time को सही जगह invest किया।

Bill Gates खुद कई बार Warren Buffett के time management की तारीफ कर चुके हैं। हाल ही में एक interview में उन्होंने कहा, "मुझे याद है, Warren ने मुझे अपना calendar दिखाया था। उन्होंने हर एक मिनट को पैक करके रखा हुआ था। और उनका मानना था कि काम करने का एकमात्र यही तरीका है।" Time किसी भी फकीर को राजा और किसी भी राजा को फकीर बना सकता है। Don’t kill time, वक्त को मत मारो, क्योंकि जब time मारेगा, तो बर्दाश्त नहीं कर पाओगे। फिर मुंह से एक ही लाइन बोलोगे: "साला, ये दुख खत्म नहीं होता।"

बेकार में सुन लो, ध्यान से: कोई भी बीमारी बिना कारण पता किए खत्म नहीं कर सकते। दो सबसे बड़े कारणों की वजह से आप time बर्बाद करते हो: 
1. Lack of energy (एनर्जी की कमी): मूड नहीं है, मन नहीं है, जो भी कह दो। 
2. Lack of purpose (उद्देश्य की कमी): वक्त कहां दें, पता ही नहीं है। "कल कर दूंगा, अभी मन नहीं है।" 

जो इंसान सिर्फ feel (मन) होने पर काम करता है और जो रोज planning बदलता है, वो कभी अपना दिन पकड़ नहीं पाएगा। काल का ये घोड़ा तो दौड़ेगा ही, बैठने का आपका मन हो या न हो। "कल करे सो आज कर, आज करे सो अब।" पल में पड़ ले, होएगी बहरी करेगा। कब सबने ये सुना है, पर अभी modern लोगों के लिए नई लाइन आई है: "आज करे सो कल, कल करे सो परसों। इतनी जल्दी क्या है भाई? जब जीना है, बसो।" 

जिसे खाली बैठने की आदत लग गई या बस phone में लगे रहने की आदत लग गई, वो लाखों घोड़ों की फौज को जाने दे रहा है, जिन पर एक-एक मेहनती इंसान सवार हो रहा है। लेकिन उस भीड़ में से सिर्फ एक घोड़े पर राजा सवार नहीं हो रहा है, क्योंकि राजा का मन नहीं था। लेकिन काल का घोड़ा तो राजा छोड़कर जाता है। जिस तरह time बर्बाद करना एक लत हो सकती है, उसी तरह time को काबू में करना भी एक बहुत अच्छी लत बन सकती है। मेरी बहुत पुरानी लाइन है: "नशा करना है तो मेहनत का करो। बीमारी भी कामयाबी की लगेगी।"

अब मैं एक सिंपल सा question करता हूं: क्या अगर Instagram या Facebook को यूज़ करने के लिए आपको पैसे देने पड़ें, तो कितना पैसा देकर आप इनको यूज़ करोगे? मान लो, सारी apps को यूज़ करने में आपको ₹1 लगे महीने के, तो काफी लोग यूज़ करेंगे। तब भी ₹3000 थोड़े कम हो जाएंगे। ₹10,000 देना पड़े, तो होगे कुछ। ₹20,000 देना पड़े, तो शायद कोई social media यूज़ नहीं करेगा। पर आप तो ऑलरेडी इससे ज्यादा पे करने वाले rich आदमी हो।

Time एक currency (मुद्रा) है। दिन के 6 घंटे काम करके अगर कोई ₹50,000 कमाता है, और अगर वो Saturday-Sunday off रखता है, तो उसके एक घंटे की वैल्यू इस calculation के हिसाब से ₹417 होती है। अगर वो रोज 5 घंटे फोड़ता (बर्बाद करता) है, तो ₹2085 प्रति दिन, ₹62,550 महीने के। हिसाब केवल पैसों का नहीं होता, attention और time का भी होता है। कोई 6 घंटे काम करके ₹30,000 कमाता है, तो उसकी ये महीने की प्राइस क्या लगती है? कैसे डिसाइड होती है? कौन ये ₹30,000 डिसाइड करता है? डिसाइड करता है वो खुद, जो कमा रहा है। हर इंसान के महीने के घंटे की प्राइस डिसाइड होती है कि काम के बाद वो अपना time कहां दे रहा है।

सोचो, कोई अपने काम में अच्छा होने में रोज 3 घंटे दे रहा हो। क्या उसके काम की प्राइस 6 महीने बाद सेम रहेगी? लेकिन यही 3 घंटे रोज देने से उसकी वैल्यू बढ़ जाएगी। Time एक currency है। हाँ, कभी कोई movie देख ली, समझ आता है। मैं भी देखता हूं। Entertainment में time देना अच्छी बात है, लेकिन afford नहीं कर सकते उतना time देना अच्छी बात नहीं है। अगर आप 5 घंटे रोज फोड़ते (बर्बाद करते) हैं, तो महीने के ₹40,000 afford कर रहे हैं ने अपनी अर्ली लाइफ गरीबी में गुजारी, फिर time का ऐसा इस्तेमाल किया कि America के President बन गए। वे एक साथ तीन काम करते थे।

अपने पापा की help (मदद) फार्म वर्क और पढ़ाई। आज के लड़के पढ़ाई के साथ में side hustle नहीं कर पाते। 100 बार पढ़ ली ये लाइन: दिक्कत गरीब पैदा होने में नहीं है, गरीब मरने में है। लेकिन मानना आज भी नहीं। हम सब जानते हैं कि God सबके बैंक अकाउंट में पैसों से कीमती चीज डालकर बेचता है—वक्त (time)। सारे अरबपति time को सही जगह invest करने से बने हैं, पैसों को नहीं। पूरी दुनिया देख रही है Warren Buffett ने सही जगह पैसा लगाया। किसी ने नोटिस नहीं किया कि उन्होंने पैसा नहीं, time सही जगह लगाया।

6 साल की उम्र में Warren Buffett ने grocery store से 25 cents का Coca-Cola और chewing gum के पैकेट खरीदकर 5 cents के प्रॉफिट पर उसे door-to-door सेल किया करते थे। उस समय उनके साथ के बच्चे सारे खेल रहे थे, लेकिन Warren Buffett काल के इस घोड़े पर सवार हो रहे थे। 5 साल के बाद, 11 साल की उम्र में, उन्होंने share market में एंट्री ली। पैसे न होने का बहाना नहीं किया, time बर्बाद नहीं किया। अखबार बेचना शुरू कर दिया और $75 महीना कमाकर stock में डालते रहे। ऐसा करके 16 साल की उम्र में उन्होंने $3000 कमा लिए। सिर्फ पैसा नहीं, पहले time को सही जगह invest किया।

Bill Gates खुद कई बार Warren Buffett के time management की तारीफ कर चुके हैं। हाल ही में एक interview में उन्होंने कहा, "मुझे याद है, Warren ने मुझे अपना calendar दिखाया था। उन्होंने हर एक मिनट को पैक करके रखा हुआ था। और उनका मानना था कि काम करने का एकमात्र यही तरीका है।" Time किसी भी फकीर को राजा और किसी भी राजा को फकीर बना सकता है। Don’t kill time, वक्त को मत मारो, क्योंकि जब time मारेगा, तो बर्दाश्त नहीं कर पाओगे। फिर मुंह से एक ही लाइन बोलोगे: "साला, ये दुख खत्म नहीं होता।"

बेकार में सुन लो, ध्यान से: कोई भी बीमारी बिना कारण पता किए खत्म नहीं कर सकते। दो सबसे बड़े कारणों की वजह से आप time बर्बाद करते हो: 
1. Lack of energy (एनर्जी की कमी): मूड नहीं है, मन नहीं है, जो भी कह दो। 
2. Lack of purpose (उद्देश्य की कमी): वक्त कहां दें, पता ही नहीं है। "कल कर दूंगा, अभी मन नहीं है।" 

जो इंसान सिर्फ feel (मन) होने पर काम करता है और जो रोज planning बदलता है, वो कभी अपना दिन पकड़ नहीं पाएगा। काल का ये घोड़ा तो दौड़ेगा ही, बैठने का आपका मन हो या न हो। "कल करे सो आज कर, आज करे सो अब।" पल में पड़ ले, होएगी बहरी करेगा। कब सबने ये सुना है, पर अभी modern लोगों के लिए नई लाइन आई है: "आज करे सो कल, कल करे सो परसों। इतनी जल्दी क्या है भाई? जब जीना है, बसो।" 

जिसे खाली बैठने की आदत लग गई या बस phone में लगे रहने की आदत लग गई, वो लाखों घोड़ों की फौज को जाने दे रहा है, जिन पर एक-एक मेहनती इंसान सवार हो रहा है। लेकिन उस भीड़ में से सिर्फ एक घोड़े पर राजा सवार नहीं हो रहा है, क्योंकि राजा का मन नहीं था। लेकिन काल का घोड़ा तो राजा छोड़कर जाता है। जिस तरह time बर्बाद करना एक लत हो सकती है, उसी तरह time को काबू में करना भी एक बहुत अच्छी लत बन सकती है। मेरी बहुत पुरानी लाइन है: "नशा करना है तो मेहनत का करो। बीमारी भी कामयाबी की लगेगी।"

अब मैं एक सिंपल सा question करता हूं: क्या अगर Instagram या Facebook को यूज़ करने के लिए आपको पैसे देने पड़ें, तो कितना पैसा देकर आप इनको यूज़ करोगे? मान लो, सारी apps को यूज़ करने में आपको ₹1 लगे महीने के, तो काफी लोग यूज़ करेंगे। तब भी ₹3000 थोड़े कम हो जाएंगे। ₹10,000 देना पड़े, तो होगे कुछ। ₹20,000 देना पड़े, तो शायद कोई social media यूज़ नहीं करेगा। पर आप तो ऑलरेडी इससे ज्यादा पे करने वाले rich आदमी हो।

Time एक currency (मुद्रा) है। दिन के 6 घंटे काम करके अगर कोई ₹50,000 कमाता है, और अगर वो Saturday-Sunday off रखता है, तो उसके एक घंटे की वैल्यू इस calculation के हिसाब से ₹417 होती है। अगर वो रोज 5 घंटे फोड़ता (बर्बाद करता) है, तो ₹2085 प्रति दिन, ₹62,550 महीने के। हिसाब केवल पैसों का नहीं होता, attention और time का भी होता है। कोई 6 घंटे काम करके ₹30,000 कमाता है, तो उसकी ये महीने की प्राइस क्या लगती है? कैसे डिसाइड होती है? कौन ये ₹30,000 डिसाइड करता है? डिसाइड करता है वो खुद, जो कमा रहा है। हर इंसान के महीने के घंटे की प्राइस डिसाइड होती है कि काम के बाद वो अपना time कहां दे रहा है।

सोचो, कोई अपने काम में अच्छा होने में रोज 3 घंटे दे रहा हो। क्या उसके काम की प्राइस 6 महीने बाद सेम रहेगी? लेकिन यही 3 घंटे रोज देने से उसकी वैल्यू बढ़ जाएगी। Time एक currency है। हाँ, कभी कोई movie देख ली, समझ आता है। मैं भी देखता हूं। Entertainment में time देना अच्छी बात है, लेकिन afford नहीं कर सकते उतना time देना अच्छी बात नहीं है। अगर आप 5 घंटे रोज फोड़ते (बर्बाद करते) हैं, तो महीने के ₹40,000 afford कर रहे हैं

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